कुछ व्यस्त है वो भी जिंदगी के लम्हों को बेहतर बनाने की कोशिश में ,
कुछ पलो को छोड़ते हुए, कुछ को पकड़ने की कोशिश में ,
शिकायते तो बेहिसाब है सबके मन में ,
लेकिन नाराजगियो को जाहिर करने का समय भी थोडा कम ही है,
प्यार तो सबको है, पर जाहिर करने में माहिर भी थोड़े कम ही है ,
बहुत सी बाते है दिल में , करने को ,
पर क्या करे? कुछ जज्बात दिखने के मौके भी थोड़े कम ही है ,
जिन्दगी की दौड़ में दौड़ रहे है सभी अपनों के लिए,
अपनों से दूर रहकर , खुबसूरत पलो को पीछे छोड़ रहे है सभी,
कल की सुकून भरी जिन्दगी को पाने के लिए ,
आज पास आती खुशियों को छोड़ रहे है सभी,