Heart Attack se kaise bacche , हार्ट अटैक से कैसे बचे

कहते है ना, 

"जान है तो जहान है ", और यह जान हमारे शरीर के केंद्र हमारे दिल में है , इसे कैसे स्वस्थ्य रखा जाए ? क्या खाए ना खाए ? क्या करे ना करे ?.... इन प्रश्नों के उत्तर आपको यहाँ मिलेंगे .....


        ----हार्ट अटैक आखिर क्यों आता है ----

इसका मुख्य कारण कोरोनरी आर्टरी डिजिज है, कोरोनरी धमनी में अचानक से एठन के कारण रक्त की सप्लाई रुक सकती है,और हार्ट अटैक आता है|


             -----हार्ट अटैक से कैसे बचे -----


आजकल कम आयु के लोगो में हार्ट अटैक की खबरे बहुत सुनने को मिलती है, कारण है जीवन शैली का सही ना होना , व्यस्तता भरी जीवन शैली में अपने दिल का ख्याल रखना थोडा मुश्किल जरुर हो सकता है, पर कुछ छोटे-छोटे उपायों से अपने दिल को मजबूत कर  सकते है, ,

अपनी जीवन शैली को थोडा सा सुधार कर अचानक होने वाले हार्ट अटैक या हार्ट ब्लॉकेज और हार्ट से सम्बन्धित अन्य बीमारियों से बचा जा सकता है |खान-पान और शैली में सुधार करके बहुत हद तक इससे बचा जा सकता है|कार्डियोलोजी के डॉक्टरो की स्टडी के मुताबिक युवा दिल के रोगियों का ग्राफ बूम पर है,और यह जरुरी नही की यह केवल मोटे लोगो में ही हो, ऐसे बहुत सारे केस देखे गये है जिनमे व्यक्ति कम वजन का होता है, यह जीवन शैली का ही असर है ,,



-----दिल को मजबूत करने के लिए क्या खाए क्या ना खाए -----

*    दिल को मजबूत करने के लिए अधिक से अधिक फाइबर युक्त खाना खाए , फलों में विटामिन C युक्त फल खाए, संतरा सबसे उपयुक्त फल है| संतरा पेक्टिन और पोटेशियम का सबसे अच्छा स्रोत है,, 

*    हफ्ते में कम से कम एक या दो बार मछली का सेवन जरुर करे| मैकरेल , सर्दिन , टूना तथा साल्कन मछलियों का सेवन करे जो ओमेगा ३ से भरपूर है,,

*    अखरोट , बादाम को अपने सुबह की दिनचर्या में जरुर शामिल करे,अखरोट दिल की अवरुद्ध (ब्लाक )नसे खोलता है,धमनियों को खोलने में सहायक है |

*    अलसी का सेवन शुरू करे |

*     नमक कम खाए |

*     शराब (अल्कोहल ) का प्रयोग बहुत कम या ना करे |
*     तनाव से बचे , बच्चो के साथ खेले, खुलकर हँसे 

*     धुम्रपान बिलकुल ना करे, धुम्र्पान हार्ट की वह धमनी अवरुद्ध कर देता है ह्रदय को ऑक्सिजन और पोषक तत्वों से भरपूर करती  है,  

*     दिन में कम से कम ३० मिनट तेज चले, दौड़ना , तैराकी , साइक्लिंग या कोई और खेल जरुर खेले ....खुद को सक्रीय (एक्टिव) रखे , इससे हार्ट का पम्प में सुधार किया जा सकता है |

* वजन को नियंत्रण में रखे |

* सैचुरेटेड फैट का इस्तेमाल कम करे|

* अधिक से अधिक फाइबर खाए |

* जंक फ़ूड, मसालेदार भोजन  से परहेज करे 

* दालचीनी , अर्जुन छाल का प्रयोग करे |

* भोजन में अलसी का प्रयोग करे |

* रोज भुना हुआ लहसुन खाए |


         ------दिल कमजोर होने के लक्ष्ण ------ 



सीने में दर्द, जलन, ब्लड प्रेशर का अधिक होना, सांस लेने में तकलीफ होना, ज्यादा पसीना आना


  ------दिल का दौरा (हार्ट अटैक ) के लक्ष्ण -----

*   छाती , गर्दन, पीठ या बाहों में, कंधे की हड्डियों के बीच का छेत्र , छाती में  खिचांव या दर्द के साथ थकान, जबड़े में दर्द का होना तथा सीने के दबे होने जैसा दर्द होना तथा असामान्य ह्रदयगति का होना,, 

* दर्द अधिकतर विश्राम के समय होना 

* चक्कर आना, चिपचिपी त्वचा होना, ठंडा पसीना, थकान या सर घूमना 

* अपच, उलटी, सीने में जलन 

* बाहों में , गले में असहज या कड़ापन होना 

* लगातार खर्राटे लेना और सोते समय पूरी ऑक्सिजन ना  खींच पाना 

* टहलने पर पैरो में दर्द हार्ट अटैक आने का संकेत हो सकता है धमनियों के संकुचित हो जाने से रक्त प्रवाह में बाधा आती है जिससे जोड़ो में, पैर में , सर पर खून कम पहुचता है |

 * चिता, सांस फूलना या सीने में जकड़न  का होना 

इनके अलावा कभी नये लक्ष्ण दिखे तो तुरंत डाक्टर के पास जाना चाहिए , अपने अंदर कुछ भी शारीरिक बदलाव हो, तो इसे काम के प्रेशर का कारण ना समझ कर अनदेखी ना करे|


दिल का दौरा पुरुषो में ४० वर्ष से अधिक और महिलाओं में ५५ वर्ष के बाद होने की सम्भावना अधिक होती है , 

   -----हार्ट अटैक से बचने के लिए क्या करे -----


* नियमित रूप से योग या व्यायाम अपनी दिनचर्या में शामिल करे|

* योग में सूर्य नमस्कार , भुजंग आसन और भ्र्त्रिका प्राणायाम, ध्यान  प्रमुख रूप से सर्वाधिक उपयोगी है|

* अपान  वायु मुद्रा सर्वाधिक उपयोगी है| 

* उन व्यायाम को ना करे जिनसे दिल पर दबाव पड़ता हो |


----दिल को मजबूत रखने वाले कुछ प्रमुख आसन----
 
* भुजन्गासन 

* सेतु बांध आसन (हार्ट ब्लोच्केज के लिए )

* उस्थ्र आसन 

* बितिलासन  (cow pose )
 
*अनुलोम-विलोम प्रणायाम 


बस थोड़ी सी सावधानी और जीवन शैली में सुधार से हार्ट अटैक से बचा जा सकता है|💓
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